: आदिवासी प्रकृति की सबसे बडे़ पुजारी, इनकी परम्परा व संस्कृति बेमिसाल : सीजीएम आशंका जताई जा रही है कि सोमवार की सुबह किसी अज्ञात ट्रेन की चपेट में आने या फिर उससे गिरने के कारण युवक की मौत हुई होगी. युवक के सर एवं दोनों पैर में गंभीर चोट लगी थी. इसके कारण ही उसकी मौत मौके पर ही हो गई. युवक की पहचान के लिए पुलिस आसपास के लोगों से पुछताछ की गई, मगर समाचार लिखे जाने तक युवक की पहचान नही हो पायी थी. इसे भी पढ़ें : निशिकांत">https://lagatar.in/relief-to-nishikant-dubey-from-jharkhand-hc-ban-on-pestilence-action/">निशिकांत
दुबे को झारखंड HC से राहत, पीड़क कार्रवाई पर लगायी रोक
अजय आचार्य को खोजने निश्चिंतपुर गांव पहुंची डॉग स्कॉयड की टीम
alt="" width="600" height="400" /> Ghatshila (Rajesh Chowbey) : गालूडीह थाना क्षेत्र के निश्चिंतपुर गांव निवासी पुजारी अजय आचार्य का अपहरण का मामला की गुत्थी अब तक नहीं सुलझ पाई है. पुलिस के द्बारा परिजनों से लेकर जिन जिन लोगों पर शक की सुई गई सभी लोगों से लगातार पुछताछ की पर अबतक कोई सुराग पुलिस को नहीं मिल सका है. सोमवार को स्थानीय पुलिस जिला से डॉग स्कॉयड की टीम बुलाई. डॉग मास्टर अमलेश कुमार सिंह ने कुत्ता को अजय आचार्य के कपड़े एवं चप्पल सुंघाकर खोजबिन की पर कुत्ता नदी के कुछ दुर पहले ही रूक गया. पुलिस अपहरण सहित मिले खुन के धब्बे और अजय के रूद्राक्ष को लेकर डॉग स्कॉयड का मदद लिया मगर निराशा हाथ लगी. डॉग मास्टर अमलेश कुमार सिंह ने बताया कि 7 दिन का पुराना केस है इतना पुराना गंध नहीं रहता है. उन्होंने कहा कि इस बीच 2-3 बार बारिश भी अच्छी हुई है. टेक्निकल इश्यू के चलते कुछ पता नहीं चल सका. इसे भी पढ़ें : किरीबुरु">https://lagatar.in/kiriburu-the-biggest-priest-of-tribal-nature-their-tradition-and-culture-is-incomparable-cgm/">किरीबुरु
: आदिवासी प्रकृति की सबसे बडे़ पुजारी, इनकी परम्परा व संस्कृति बेमिसाल : सीजीएम ज्ञात हो कि 12 मार्च की रात साढ़े आठ बजे से अजय आचार्य लापता है. मामले के दूसरे दिन 13 मार्च को परिजनों ने अपहरण का मामला गालूडीह थाना में मामला दर्ज करवाया था. उसके बाद से पुलिस मामले को लेकर हर पहलू पर जांच कर रही है. लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिल सका. इस क्रम में एसडीपीओ अजीत कुमार कुजूर ने अजय आचार्य के परिजनों से पूछताछ की. उन्होंने घटनास्थल का भी निरीक्षण किया. इस मौके पर एसडीपीओ ने कहा कि पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है लेकिन ध्यान यह रखा जा रहा है कि किसी निर्दोश इस केस में नही फंसे. पुलिस हर पहलुओं पर जांच कर रही है, अजय आचार्य का सुराग शीघ्र ही पुलिस खोजेगी. इसे भी पढ़ें : निशिकांत">https://lagatar.in/relief-to-nishikant-dubey-from-jharkhand-hc-ban-on-pestilence-action/">निशिकांत
दुबे को झारखंड HC से राहत, पीड़क कार्रवाई पर लगायी रोक
ट्रक से टकराई मोटरसाइकिल सवार, तीन घायल, एक गंभीर
alt="" width="600" height="400" /> Ghatshila (Rajesh Chowbey) : धालभूमगढ़ थाना क्षेत्र के एनएच 18 पर धालभूमगढ़ से घाटशिला की ओर जाने के क्रम में सोमवार को सीताराम साहू के वॉशिंग सेंटर के पास एक मोटरसाइकिल ट्रक से टकरा गई. इस दुर्घटना में तीन लोग घायल हो गया, जिसमें एक की हालत गंभीर बतायी जाती है. घटना की सूचना पाकर सेवा ही धर्म ग्रुप के नौसाद अहमद, विमल कालिंदी, राकेश री एवं चंदन नामाता तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर हाईवे से एक निजी डाला गाड़ी को रोककर तीनों जख्मी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धालभूमगढ़ पहुंचाया. इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर">https://lagatar.in/jamshedpur-ajsu-student-union-gheraoed-the-principal-of-jks-college/">जमशेदपुर
: आजसू छात्र संघ ने जेकेएस कॉलेज के प्राचार्य का किया घेराव स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक डॉ सोमाय कुमार हेंब्रम ने अपने सहयोगी स्टाफ के साथ तत्काल उनका प्राथमिक उपचार के बाद कुश हांसदा एवं हारु मांडी को बेहतर इलाज के लिए एमजीएम रेफर कर दिया. सुशील हेंब्रम को उनका अटेंडर बनाकर 108 के साथ एमजीएम भेज दिया. जानकारी के अनुसार घाटशिला थाना क्षेत्र के बनकाटी गांव निवासी 21 वर्षीय कुश हांसदा, 22 वर्षीय हारू मांडी तथा 18 वर्षीय सुशील हेंब्रम अपनी बुआ के यहां चाकुलिया से बनकाटी की ओर लौट रहा था. तीनों एक ही मोटरसाइकिल पर सवार थे. इसे भी पढ़ें : किरीबुरु">https://lagatar.in/kiriburu-the-biggest-priest-of-tribal-nature-their-tradition-and-culture-is-incomparable-cgm/">किरीबुरु
: आदिवासी प्रकृति की सबसे बडे़ पुजारी, इनकी परम्परा व संस्कृति बेमिसाल : सीजीएम
बहरागोड़ा : भूतिया गांव के जाहेरथान में मनाया गया बाहा बोंगा
alt="" width="600" height="400" /> Bahragora (Himangshu karan) : बहरागोड़ा प्रखंड अवस्थित भूतिया गाँव के ग्रामीणों द्वारा सोमवार को बाहा बोंगा बड़ी धूमधाम से मानाया गया. जिसमें विभिन्न परंपराओं का पालन करते हुए पुजारी द्वारा पुरुषों और महिलाओं दोनों को साल और महुआ के फूल वितरित करने के पश्चात ढोल की थाप पर नृत्य करने वाले आदिवासियों के साथ, ``कुनामी`` महीने में संतालों के बीच पारंपरिक उल्लास के बीच ``बाहा`` का रंगीन त्योहार मनाया गया. इसे भी पढ़ें : निशिकांत">https://lagatar.in/relief-to-nishikant-dubey-from-jharkhand-hc-ban-on-pestilence-action/">निशिकांत
दुबे को झारखंड HC से राहत, पीड़क कार्रवाई पर लगायी रोक
alt="" width="600" height="400" /> इस अवसर पर गांव के पुरुष और महिलाए पुरुषों द्वारा बजाए जाने वाले पारंपरिक वाद्ययंत्र की धुन पर ``जाहेरथान`` में ``बाहा एनेंज`` नृत्य किये. नृत्य का कुछ दौर पूरा करने के दौरान ``बाहा सेरेन्ज`` गीत भी गाया गया. इसमें मुख्य रूप से नायके बाबा ( पुजारी ) दासमात माण्डी, माझी बाबा सिताराम माण्डी,गोडेट बाबा जान माण्डी, दशरथ हांसदा तथा भूतिया गांव के अनेक ग्रामीणों ने उपस्थित थे. इसे भी पढ़ें : पांकी">https://lagatar.in/panki-woman-found-unconscious-on-the-roadside-out-of-danger/">पांकी
: सड़क किनारे बेहोशी की हालत में मिली महिला, खतरे से बाहर [wpse_comments_template]